भागवत कथा: गोवर्धन लीला के साथ भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का सुनाया प्रसंग,
कथा सुनने पहुंचे पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रो.शिवाकांत ओझा
बिंदु वर्मा ब्यूरो चीफ
पट्टी। क्षेत्र के ढाखापुर (सरमा) ग्राम सभा शिवकेश ओझा के निजी आवास पर में चल रही संगीतमयी श्रीमदभागवत कथा के पांचवें दिवस को गोवर्धन लीला के साथ भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का प्रसंग सुनाया। कथा के दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रो. शिवाकांत ओझा भी शामिल हुए। व्यासपीठ पर आसीन आचार्य त्रिवेणी प्रसाद दुबे महाराज ने कहा इंद्र को अपनी सत्ता और शक्ति पर घमंड हो गया था। उसका गर्व दूर करने के लिए भगवान ने ब्रज मंडल में इंद्र की पूजा बंद कर गोवर्धन की पूजा शुरू करा दी। इससे गुस्साए इंद्र ने ब्रजमंडल पर भारी बरसात कराई। प्रलय से लोगों को बचाने के लिए भगवान ने कनिष्ठा उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया। सात दिनों के बाद इंद्र को अपनी भूल का एहसास हुआ। कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं की झांकी सजाई गई। नटेश्वर नृत्य संस्था के कलाकारों द्वारा भगवान श्री कृष्ण के वेश में नृत्य कर लोगों का आनंदित किया। कथा पंडाल में उपस्थित महिलाएं अपने आपको थिरकने से नहीं रोक पाई और प्रभु भक्ति में जमकर झूमी। इस दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रो. शिवाकांत ओझा भी कथा स्थल पर पहुंचे। कथा यजमान हीरावती देवी ओझा का ने छप्पन प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाकर महाप्रसादी का वितरण किया।
भागवत कथा: गोवर्धन लीला के साथ भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का सुनाया प्रसंग, कथा सुनने पहुंचे पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रो.शिवाकांत ओझा
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